मंगल

मंगल
सत्य ,शारीरिक और मानसिक ताकत ,पृथ्वी से उत्पन्न होने वाले पदार्थ ,भाई बहनो के गुण ,क्रूरता ,रण ,साहस ,विद्वेष ,रसोई कि अग्नि ,जाति के लोग ,सोना ,अस्त्र ,शत्रु ,चोर ,दूसरे कि स्त्री मैं रति ,मिथ्या भाषण ,वीर्य ,चित्त कि समुन्नति ,उत्साह ,उदारता ,बहादुरी ,पाप ,बुरा काम ,सेनाधिपत्य ,चोट ,,घुंगराले केश ,क्रूर दृष्टि ,स्वाभाव से उग्र ,पित्त प्रधान ,लाल रंग ,प्रचंड स्वाभाव ,साथ ही अति उदार ,रसोई और अग्नि से सम्बंधित कार्य ,शस्त्र धारण करने वाला ,सुनार, मेढ़ा ,गीदड़ी ,बन्दर ,ग्रध्र ,चोर
दान कि वस्तुए
लाल रंग ,मूंगा ,सोना ,ताम्बा ,मसूर ,गुड़ ,घी ,लाल वस्त्र ,लाल कनेर ,केशर ,कस्तूरी ,रक्त बैल ,लाल चन्दन
मंत्र -ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भोमये नमः
वैदिक मंत्र -
धरणीगर्भसम्भूतं विद्युत्कान्तिसमप्रभम् । कुमारं शक्तिहस्तं तं मंगलं प्रणमाम्यहम् ।।
पुराणोक्त मंत्र

ॐ भूमिपुत्रो महातेजा जगतां भयकृत् सदा । वृष्टिकृद् वृष्टिहर्ता च पीडां हरतु मे कुजः ।।
दिशा
दक्षिण