आइए जाने ग्रहों के कस्ट निवारण के लिए वृक्षो से संबंध।



आइए जाने ग्रहों के कस्ट निवारण के लिए वृक्षो से संबंध।
1-यदि आपका सूर्य ग्रह कुंडली में नीच ,अस्त या छठे, आठवे भाव में है तो आपकी मानहानि , बीमारी, गुस्सा, कर्ज हो सकता है ।
उपाय - सूर्य के कुंडली अनुसार अन्य उपायों के साथ आप कहीं भी अनार, लाल चंदन, लाल कनेर , के वृक्ष लगाए, किसी सुनसान जगह जहां उज्जड हो वहां लगाए।तीर्थ स्थल या मंदिर के आस पास लगाए।
2- चंद्र यदि कुंडली में नीच, छठे आठवे, बारहवे हो , राहु केतु से पीड़ित हो या सूर्य से अस्त हो धन हानि, मानसिक विचलित , रोग देता है, कुंडली अनुसार अन्य उपाय के साथ सफेद चंदन, पुष्प वाले वृक्ष, लगाए नदी में गंद न् करे, उतारे हुए वस्त्र नदी में न् बहाए नदी की किनारे पर वृक्ष लगाए।
3- मंगल- ग्रह नीच अस्त पापी हो छठे, आठवे,बारहवे बहुत कस्ट देता है गुस्सा लड़ाई,दुर्घटना, ऑपरेशन ,भाइयो से अनबन इसके लिए कुंडली के अन्य उपाय के अलावा खेर, लाल चंदन, लाल कनेर के वृक्ष मंदिर में यगशाला में , बगीचे में घर के दक्षिण में पहाड़ पर लगाये।
4- बुध बुध ग्रह जब नीच अस्त छठे,आठवे,बारहवे हो तो बुद्धि खराब करता मैं बहन को कास्ट, धनहानि , विद्या में रुकावट बीमारी देगा इसके लिए कुंडली में अन्य उपाय के साथ चौड़े बड़े पत्ते वाले वृक्ष जैसे ढाक, पिप्पल ,बरगद,
शीशम के वृक्ष स्कूल ,गुरुकुल, बगीचे में लगाये।
5- गुरु ग्रह के नीच ,अस्त या छठे,आठवे,बाहरवें भाव में विद्या हानि, धर्महीन, कपटी, धन हानि , गुरुहीन या गुरुद्रोही होता है इसके लिए ज्योतिष के अन्य उपाय के साथ पीपल की सेवा, आठवे हो तो शमशान में पीपल लगाना, मंदिर,धर्मस्थल,आश्रम, गुरुस्थान पर खूबसूरत बगीचे का निर्माण, पीपल,बरगद, केले के वृक्ष लगाने चाहिए।
6- शुक्र ग्रह के नीच, अस्त, आठवे,छठे,बाहरवें भाव के अशुभ प्रभाव से स्त्री,माता का दुख, सुख की कमी,स्त्री भोग का दुख,धन हानि, संतान हानि भुवन सुख की कमी होती है इसके ज्योतिष उपाय के साथ खुशबूदार वृक्ष चंदन, फ्लो के वृक्ष आम, चीकू, चेरी,संतरा , मोगरा, चमेली लगाना, सरोवर झीलों के किनारे खूबसूरत फूलो के पोथे लगाना, साफ सफाई करने नदियों का गन्द मिट्टी निकलना ,तालाब कु सफाई करने शुभ होता है।
शनि - इसके नीच,अस्त,ओर अशुभ प्रभाव के ज्योतिष के अन्य उपाय के अलावा मंदिरों की सफाई, मंदिर, गुरुघर,में सेवा करना पीपल,शम्मी , रुद्राक्ष बरगद के वृक्ष लगाने पहाड़ो पर उजाड़ स्थान पर हरियाली करना शुभ होता है।
राहु/केतुं के अशुभ प्रभाव के लिए ज्योतिष यपाय के अन्य उपाय के साथ मंदिरों गुरुगृह पर जोड़ो की सफाई सेवा ,लंगर की सेवा सफाई, जंगल में वृक्षरोपण , भरे घने वृक्ष लगाने, पीपल, देवदार,चीड़, भोजपत्र , आदि वृक्ष लगाने यदि गुरु राहु साथ हो तो मंदिरों की सफाई सड़क के आसपास घर के अंदर आसपास कूड़ा हटवाना पार्को की सफाई, केतुं के लिए दूब खास गमले मैं लगाए ।नदियों झेलो, झरनों स गंदगी हटवाना , वहां गंदगी हटाना , तीर्थ की सीढ़िया, नदियों के घाटों की सफाई से इनके शुभ प्रभाव मिलेगा।
वृक्ष लगाने से , नदियों , मंदिरों, गुरुगृह , तीर्थ स्थान पर सफाई करने, वृक्षरोपण, सेवा करने से लगभग सभी ग्रहों के अशुभ प्रभाव दूर होते है साथ ही पर्यावरण को अच्छा होगा ही आपके मन मस्तिष्क पर अत्यंत शुभ प्रभाव होगा ।आप किसी तीर्थ या नदी के किनारे मंदिर के आसपास कहीं भी कुछ वृक्ष लगाकर देखिये थोड़ा साफसफाई की शुरुआत करके देखिए आपको बहुत शकुन मिलेगा और बरसो तक आपके मन को खुशी।
आचार्य अनिल वर्मा
9811715366, 8826098989